INTERVIEW!! “मेरा लड़का बहुत भोला है!! – अरशद वारसी
By Mayapuri on July 6, 2015
अरशद वारसी अपने लड़के के करीब है अपने परिवार से बहुत जुड़े रहते है अरशद। एक गुफ्तगू लिपिका वर्मा के साथ पेश है –
अरशद बहुत जल्द सिनेमा घरो में अपनी आगामी फिल्म,”गुड्डू रंगीला ” में नजर आनेवाले है। यह फिल्म एक सीरियस फिल्म है जिसमें कॉमेडी का तड़का भी बखूबी लगा हुआ है।
“गुड्डू रंगीला सुभाष कपूर की एक सीरियस कॉमेडी फिल्म है। यह किरदार मुझे बहुत पसंद आया अत मैंने इस फिल्म का हिस्सा बनना पसंद किया।
मेरी पिछली फिल्म जैकी भगनानी के साथ बॉक्स ऑफिस पर कुछ अच्छा नहीं कर पायी। इसके लिए मैं यही कहना चाहूंगी कि फिल्म बनाना एक टीम वर्क होता है.लेखक से लेकर स्पॉट बॉय तक को अपनी पूरी जिमेदारी से फिल्म में काम करना होता है य़दि कही चूक हो जाये तो फिल्म में कमी रह जाती है।
इरफ़ान खान यदि इस फिल्म में होते तो जाहिर सी बात है फिल्म कुछ अलग होती किन्तु उनके जाने के बाद जैकी भगनानी ने कमान संभाली। बस में इतना ही कहना चाहूंगा कि जैकी ने हालांकि अच्छा काम किया है किन्तु कॉमेडी में थोड़ा और इम्प्रूव कर सकते है। अरे भाई हम जैकी के बारे में क्यों बात कर रहें है। काफी बदलाव की वजह से कहानी में कुछ कमी रह गयी ऐसा मैं सोचता हू।
मारिया मेरी पत्नी के सहयोग से ही मै इतने दिन फिल्मी दुनिया में जम पाया। वह मुझे साफ साफ कई गलतियां भी निकाल कर बतलाती है कई मर्तबा उसने मेरी फिल्मो को नापसंद किया है।
मैं आज भी अपने बच्चो को स्कूल छोड़ने जाता हूं अब वह कुछ बड़े हो गये है। मेरे लड़के को फुटबॉल भी खेलने का शौक है सो उसे जब कभी में मुंबई में होता हू तो खुद भी उसके साथ चला जाता हू। मेरी लड़की मारिया की तरह ही है। उसे कोई भी बेवकूफ नहीं बना सकता लड़का बहुत ही सीधा सादा है। बहुत ही भोला है मेरी तरह। इसलिए मुझे उसके बारे में ज्यादा सतर्क रहना पड़ता है. यदि कोई भी दोस्त उससे उसकी कोई भी कीमती वस्तु मांगे तो वो उसे दे देता है। और दुनियादारी के बारे में उसे ज्यादा समझ नहीं है इस बात की चिंता रहती है। मैं उसे कदम कदम पर दुनियादारी से अवगत कराता हू जबकि मेरी लड़की काफी होशियार है। उसे कोई भी उल्लू नहीं बना सकता है। मुझे मेरे दोनों बच्चे बहुत प्यारे है किन्तु लड़का चूँकि समझदार नहीं है इस लिए इस दुनिया की चालाकियों से बचा कर रखना है मुझे और साथ ही उसे दुनिया कैसी है यह भी समझ आ जाये यही मेरा धेय है।
हालांकि मै और मारिया विदेश छुट्टियों पर गए हुए थे,इस बार अपने बच्चो को दादी के साथ यहां मुंबई में ही रख छोड़ा था। जब हम कभी फ़ोन पर उनसे पूछते -बेटा क्या कर रहे हो? तो वह लोग बड़े मजे से मेरे बैडरूम में लेट कर फिल्म देख रहे होते। मैंने अपने घर में सी सी टीवी लगा रखा है जिसे मैं देश के किसी भी कोने से देख सकता हू कि मेरे घर में क्या कुछ चल रहा है. तो जब मैं उनसे यह पूछता क्या कर रहे हो तो- कहते डैडी हम सो गए है! फिर जब में उन्हें यह कहता कि मेरे कमरे में कौन फिल्म देख रहा है? तो चौंक कर दरवाजे बंद कर टीवी बंद करके अपने कमरे में चले जाते है। यह शैतानियाँ उनकी मुझे बहुत अच्छी लगती है। हम दोनों कुछ जल्दी मुंबई वापस आ गये ,तो हमारे बच्चे इस बात से खुश नहीं थे क्यूंकि उनकी मनमानी अब नहीं चलने वाली थी -हमे देख कर दोनों बोले-डैड इतनी जल्दी कैसे आगये ?
मेरी आगे आने वाली फ़िल्में है- जॉली एल एल बी पार्ट २ और भैयाजी सुपर हिट फिल्म और कुछ भी है जो में बाद में बतलाऊंगा!
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