INTERVIEW!! सलमान ईदी किसे दे यह बड़ा सवाल है ?
By Mayapuri on July 21, 2015
सलमान के लिए 2015 की ईद बहुत ही साधारण ढंग से मनाई गयी। घर पर ईद की मुबारकबादी के तुरंत बाद वो अपनी फिल्म बजरंगी भाईजान के रिलीज़ के बाद ईद वाले दिन भी काम कर रहे थे। प्रेस से बातचीत के दौरान उन्होंने बहुत सारे सवालों का जवाब भी दिये. सलमान पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड से बहुत ही खुश है क्योंकि उन्होंने बजरंगी भाईजान को “यू ” सर्टिफिकेट से नवाज़ा है जबकि भारत में फिल्म को “यू ए” सर्टिफिकेट दिया गया है। सलमान इस बात को लेकर भी खुश है की भारत और पाक की आवाम में वह एक भाईचारे का संदेश अपनी फिल्म द्वारा पहुँचाने में कामयाब हो गए है।
फिल्म सब ने पंसद की है क्या कहना चाहेंगे आप?
हम को इस बात की ख़ुशी है कि सब को हमारी फिल्म पसंद आई है। मेरा ऐसा मानना है कि एक साधारण व्यक्ति को हर कोई पसंद करता है। और इस आम आदमी के व्यक्तित्व पर सब भरोसा भी करते है। फिल्म टाइगर मैं भी मेरी सादगी को लोगो ने खूब सरहाया था और जब में कमिटमेंट कर लेता हू तो किसी की भी नहीं सुनता। बस यही कुछ चीज़ है जो हर आम आदमी को पसंद आती है।
ऐसी क्या बात है फिल्म में जिसकी वजह से लोगो को बजरंगी पसंद आ गई ?
मैंने हर 6 साल में ऐसी फिल्मे की है जिन में भावना और सादगी का मिश्रण होता है ,भावनाओ को हर कोई पसंद करता है. एक्शन और भावनांए ही एक वजह है जिससे लोग एक दूसरे के करीब आते है और यदि केवल एक्शन ही हो उस में भावनाओ का कोई जिक्र ना हो तो लोगो को मज़ा नहीं आता है।
इस फिल्म से क्या पाकिस्तान और भारत के रिश्ते बेहतर हो सकते है ?
यदि हम ऐसी फ़िल्में नहीं बनाते है जिन की वजह से देश,परिवार,भाई -बंधु एक साथ ना आ पाये तो हमारी फिल्मो को बनाने का क्या मतलब निकलता है? देखिये, फ़िल्में इसलिए बनायीं जाती की लड़ाई झगड़े को भूल कर लोग मिले और हम सब एक दूसरे के साथ मिल जुल कर रहें। अब जब हमारी स्पोर्ट्स टीम वहां जाती है तो उन्हें कितना मान -सम्मान मिलता है।
आपकी पहले वाली फ़िल्में भी कुछ संदेश देती है ?
जी हां मैंने बागवान फिल्म की थी जो अच्छा खास संदेश देती है-किस तरह माता पिता का आदर करना चाहिए. दबंग ,किक और वांटेड भी कुछ न कुछ संदेश दे जाती है सुल्तान में भी आप निराश नहीं होंगे। लोग भावना को ,”तेरे नाम ” से जोड़ कर देख रहे है। पर वो एक अलग फिल्म थी।
क्रिटिकल अप्प्रेसिअशन आपको ज्यादा मयाने रखती है या फिर बॉक्स ऑफिस कलेक्शंस ?
सिनेमा घरों से जो रिएक्शन मिलता है उससे मुझे अच्छी खासी किक मिलती है। तब लगता है जो हमारा फिल्म बनाने का इरादा था उसमें हम सफल हो गए है। यदि फिल्म लोगों को पसंद नहीं आई और बॉक्स ऑफिस पर झंडे गड़े ऐसी तारीफ से क्या फ़ायदा। मेरे लिए एक ऐसी फिल्म महत्वपूर्ण है जो बॉक्स ऑफिस पर झंडे ना गाड़े पर लोगो के दिल में जरूर उतरे।
ईद पर रिलीज़ करना कोई खास मकसद है आपका?
भले कोई भी फिल्म ईद या दिवाली या फिर एक्स मास में रिलीज़ हो इसका यह मतलब नहीं की वह मेरा दिन ही है। पर सब लोगो के लिए खुशिया मानाने का दिन होता है। त्योहार होने की वजह से उन्हें एक मौका मिलता है फिल्म देख कर खुश होते है अपने हीरो को देख कर । मैं तो चाहता हू कि हमारी सरकार और कई सारे थिएटर्स बांये ताकि काफी सारे हीरोज की फिल्म रिलीज़ हो ताकि सब के फंस इस दिन खुशियां बटोर सके।
पाकिस्तान में फिल्म अच्छी चल रही है ,क्या कहना है ?
मै बहुत खुश हू कि वाह के सेंसरों बोर्ड ने बजरंगी भाईजान को “यु ” सर्टिफिकेट से नवाज़ा है जबकि यहँ हमे “यु ए ” सर्टिफिकेट मिला है। वहां की अवं बहुत ही अच्छी बातें लिख रही है ,”ट्विटर पर तो बेहद हम सबको।
टैक्स के बारे में क्या कहना है ?
टिकट्स रेट कम करने की इच्छा है और में ट्वीट कर रहा हू की हमारी सरकार के सब मेम्बर्स इसे देखें। टैक्स जो लगता है मेरे विचार से उसे देश की उन्नति में लगा देना चाहिए इससे हमारी आवाम की आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी। जब तक उनका ह्रदय पिघल ना जाये में ट्वीट करता ही रहूँगा। ”
ईदी किसे देना चाहेंगे?
पहले में ईदी लेना चाहता था किन्तु अब में कोई ईदी नहीं लेना चाहता हू। और किसे दू ? क्योंकि कोई बड़ा मुझे नजर नहीं आता है सो यदि अब में अपने से छोटों को ईदी देना चाहता हू।
अगली फिल्म के बारे में कुछ बताएं?
प्रेम रतन धन पायो मेरी अगली फिल्म है जो दिवाली में आ रही है। पर यह दिन हम सब का दिन है केवल मेरा नहीं।
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