INTERVIEW!! “किरन हम सबकी आइडल रही है” – अदिति राव हैदरी
By Mayapuri on July 7, 2015
अदिति राव हैदरी अब बहुत जल्द बैक टू बैक फिल्मो में नजर आनेवाली है -गुड्डू रंगीला ,वज़ीर और कुछ फ़िल्में पाइप लाइन में है। लिपिका वर्मा के साथ अपने शब्दों में बहुत कुछ कह डाला अदिति ने
मुझे इस बात से ऐतराज नहीं है कि मेरा इस बॉलीवुड मे कोई गॉड फादर नहीं है। और हा यदि कोई गॉड फादर होता तो में यह सब नहीं सीख पाती ,आज मेरे अंदर बहुत कुछ सीखने की भूख है। और जो कुछ सीखा मैंने अपने आप सीखा है मुझे उस सबसे गौरव महसूस होता है। आज अगर में किसी फिल्म का हिस्सा हूं तो वह केवल इसलिए क्योंकि मुझे निर्देशक ने खुद चुना है। य़दि में किसी सिफारिश से यहाँ तक पहुँचती तो उसका मुझ पर कोई असर नहीं पड़ता। जब कोई भी चीज मेहनत से मिलती है तो उसकी कदर हम करना जानते है। मैंने कोई बहुत बड़ी ब्लॉक – बस्टर फ़िल्में चाहे ना दी हो किन्तु यही मेरे लिए काफी है कि मुझे फ़िल्मकार याद रखते है और खुद बा खुद मुझे रोल देते है. यह मेरे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह भावना जो मेरे अंदर है वही मुझे और मेहनत करने के लिए अग्रसर करती है। ”
“में आज तक सीख रही हू सीखने की कोई सीमा एवं उम्र नहीं होती है। में इस इंडस्ट्री की लड़की नहीं हूं पर मुझे अलग अलग निर्देशकों के साथ काम करना पसंद है और जितना ज्यादा लोगो के साथ काम करती हू उतना ही मुझे सीखने का मौका मिलता है। वह निर्देशक मुझे बहुत पसंद है जिनकी वजह से मैं अपनी कला की क्षमता बढ़ा सकती हू। जब कभी भी में कैमरे के सामने काम करती हू तो अपने आपको भाग्यशाली मानती हूं क्योंकि यहां तक पहुँचने के लिए कितने लोग कोशिश करते है और कई बारी पहुंच ही नहीं पाते है। में खुशकिस्मत हू कि में फिल्मो में खुद के बलबूते पर आई हूं ”
मैं अपनी चचेरी बहन किरन राव से बचपन से ही प्रेरित थी वो हम सब परिवार वालो की आइडल (प्रतिमा) रही है । वह शुरू से ही एक मेहनती लड़की रही है और बहुत इंटेंस -तीव्र बुद्धि भी रखती है। वो बहुत इमोशनल भी है स्वाभाव से। हम एक दूसरे को समय समय पर मिलते है में उनके घर भी जाती हूं किन्तु मैं अपनी व्यवसायिक एवं पर्सनल दुनिया को अलग ही रखती हू। आमिर के बारे में मै क्या कहूं सब जानते है उन्होंने अपने काम द्वारा एक आभा बना राखी है। वह बहुत मेहनती है उनकी इस इंडस्ट्री में एक पहचान एवं पॉजीशन है।
मैं दोनों तरह की फिल्मे करना चाहती हू -चाहे फिर वो कमर्शियल फिल्म हो या फिर लीग से हट कर फिल्म क्यों ना हो उसका हिस्सा बनना पसंद करती हू बस सिर्फ कहानी एवं मेरा किरदार अच्छा होना चाहिए।
गुड्डू रंगीला में एक गूंगी -बहरी का किरदार है। इस किरदार के लिए मुझे ऐसे लोगो से भेंट करनी पड़ी जो गूंगे और बेहरे है। किन्तु मैं उनको मिल कर बहुत खुश हुई ,यह जानकर की वो अपने आप में सशक्त होते है। जिन्हे गूंगा और बहरा बनाया हो भगवान ने वो उन्हें कुछ अलग इन्द्रियां भी देता है जिसके द्वारा वो हमसे भी ज्यादा पहचान पाते है।
अमिताभ बच्चन जी के साथ काम कर रही हू फिल्म वज़ीर में। उनके साथ कमेरा स्पेस शेयर करना मेरे लिया अहोभाग्य है। कोई भी व्यक्ति उनके साथ काम करने के लिए कभी भी मना नहीं कर सकता। सो मुझे जब वज़ीर में काम करने का मौका मिला रहा था तो में उस किरदार के लिए एकदम राज़ी हो गयी। वो सदी के महानायक है.उनके बोलने का,चलने का और सब कुछ करने का अंदाज़ पर्दे पर बहुत आकर्षक है। उनके साथ काम करना बहुत अच्छा लगा और सीखने को भी बहुत कुछ मिला हालांकि इस समय मै किरदार के बारे में कुछ ज्यादा नहीं बोल सकती हूं।
“गुड्डू रंगीला के बाद वज़ीर जो लगभग कम्पलीट हो चुकी है। फितूर एवं सुधीर मिश्रा की देवदास कर रही हू।
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