INTERVIEW!! सूरज जी का “प्रेम” यदि इस दुनिया में मिले तो क्या बात होगी – सोनम कपूर
सोनम ने अपनी पहली फिल्म, ” सावंरिया” से अपना फिल्मी सफर शुरू किया था। और आज राजश्री बैनर तले बन रही फिल्म “प्रेम रतन धन पायो” में सलमान खान के अपोजिट काम कर रही हैं। बहुत कम और अच्छी फिल्मों का ही हिस्सा बनना पसंद करती है सोनम। सोनम ने भारत का नाम विदेशों में भी रोशन किया है और इस बात को सोनम को घमंड नहीं बल्कि वो “गुड फील” करती हैं – “मुझे विदेशों में लोग जहाँ, सारी में पसंद करते है वहां अन्य पहनावे में भी उतना ही पसंद करते है। मैं अपने देश की मान्यताओं पर कोई भी काम करना पसंद हूं और अपनी मर्यादा में ही रहना पसंद करती हूं।
लिपिका वर्मा के हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया
सलमान के साथ काम कर रही है क्या कहना चाहेंगी ?
बहुत खूब लगा उनके साथ काम करके। वह सही मायने में इतने बड़े स्टार केवल इसलिए बने हैं क्योंकि वह बहुत ही हार्ड वर्क करते हैं और बहुत ही अनुसाशित भी हैं अपने काम के प्रति। कई मर्तबा लोग हमारे काम के प्रति बहुत ही साधारण सी भावना रखते है उन्हें इस बात का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं होता है – कि स्टार्स को भी कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। दिन -दुगनी और रात चौगुनी मेहनत करनी होती है हमे। सलमान यदि आज इतने बड़े स्टार कहलाने योग्य हुए हैं तो केवल अपनी कड़ी मेहनत की वजह से ही आज उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
आप राजश्री बैनर के लिए परफेक्ट हीरोइन है, क्या विचार है आपका ?
देखिये, जब मैंने फिल्म, “सांवरिया” की थी, तब भी लोगों ने यही कहा था मुझे। दरअसल में मुझे सूरज जी के निर्देशन में काम करना अच्छा लगा है। वह जितने साधारण और विनम्र स्वभाव के है उतनी ही सिंपल और अच्छी फिल्में बनाते है वो। अपने स्वभाव को वो हू ब हू रील पर उतार देते है। सबसे महत्वपूर्ण मेरे लिए मेरा रोल होता है और वह लोग जिन के साथ काम करके मुझे बहुत ख़ुशी होती है। प्रेम रतन धन पायो में मुझे दोनों चीजें मिली- एक अच्छा निर्देशक और रोल ऊपर से केक पर चेरी रहे सलमान खान।
राजश्री बैनर से माधुरी दिक्षित और अमृता राव भी टॉप पर पहुँच गयी थी और अब आप भी उस मुकाम पर पहुँच चुकी हैं, क्या कहना है ?
दरअसल में राजश्री बैनर में काम करके आप मुझे सुंदर इस लिए भी देख रहे हैं -क्योंकि सब से पहली बात यह बता दूं – अपनी पिछली फिल्मों में मैंने मेक अप नहीं लगाया है। इस फिल्म में मैंने मेक-अप का इस्तेमाल भी किया है और सूरज जी अपनी हिरोइन को भारतीय वेश भूषा में खूबसूरती से दिखलाते है। “प्रेम रतन धन पायो” में जो भी- मेरे प्रोमोज अभी तक दिखलाये गए है उनमें अभी तक वेस्टर्न (पाश्चात्य) लुक नहीं पेश किया गया है। इस फिल्म में मैंने दोनों ही भारतीय एवं पाश्चात्य वेश -भूषा पहनी है और मै यह बता दूँ मेरी ,”डेल्ही सिक्स”, और ‘रांझणा’ फिल्म भी लोगों ने बहुत पसंद की थी। दरअसल में, “मस्सक्कली” के गाने को भी खासा रिस्पांस मिला था और अब इस फिल्म के लिए भी मुझे अच्छा खासा रिस्पांस मिल रहा है।
और क्या कर रही हैं, कैसे रोल करना पसंद करेंगी आगे ?
मैंने अभी तक जो भी किरदार किये है उन्हें कभी दोहराया नहीं है। हर तरह के किरदार कर चुकी हूं, शायद आप भूल रही है मैंने “खूबसूरत” फिल्म में जम कर कॉमेडी भी की है। क्योंकि में कुछ गैप (अंतर ) के बाद फिल्मों में नजर आती हूं- सो लोग मुझे भूल जाते हैं। खैर में अपने हिसाब से जो मुझे पसंद आये वही किरदार निभाना चाहती हूं हमेशा।
आप इतने अंतर में फिल्में क्यों साईन करती हैं ?
अभी तक मैंने बहुत कम फिल्में की है, सिर्फ इसलिए कि जब तक मनपसंद -बेहतरीन काम ना मिले तो काम करने का क्या फायदा।
आप नम्बर गेम में विश्वास करती हैं ?
बिल्कुल भी नहीं, मैं नंबर वन, टू या थ्री गेम में कतई विश्वास नहीं करती हूं। मैं वही करना पसंद करती हूं जिसे कर मैं कंफर्टेबल महसूस करूं। मैं बहुत ही पारदर्शी व्यक्तित्व रखती हूं। मैं डर्टी गेम्स नही खेलना पसंद करती हूं और ना किसी प्रतियोगिता में विश्वास करती हूं अक्सर मैं अपने आप से ही कॉम्पीटीशन किया करती हूं, पहले से बेहतर काम करने में यकीन रखती हूं।
रितिक रोशन और आप का वीडियो बहुत पसंद किया जा रहा है क्या कहना चाहेंगी ?
जी हाँ सबने हमारी जोड़ी को बहुत पंसद भी किया है। लेकिन यदि कुछ अच्छा सामने आता है -हम दोनों के लिए तो क्यों नहीं साथ में काम करना चाहेंगे हम। मैं हमेशा अपने किरदार को महत्व देती हूं, फिल्म की कहानी और साथ काम करने वालों को भी देख लिया करती हूं, यदि उनके साथ सहजता से काम कर पाऊं तो फिल्म जरूर साईन कर लेती हूं।
कुछ रुक कर रणबीर कपूर के साथ काम करने के लिए बोली, “वह दरअसल में पुरुष प्रधान किरदार ज्यादा करते है जैसे, “बर्फी” वग़ैरह, सो ऐसी फिल्म में मेरे हिसाब का रोल नहीं मिल पायेगा मुझे। लेकिन यदि कभी कोई अच्छा किरदार और फिल्म मिलेगी तो उनके साथ भी काम करना पसंद करुँगी। आखिर मैंने पहली बारी फिल्म, “सांवरिया” में उनके अपोजिट ही तो काम किया था।”
जब आप फ़िल्मों में काम नहीं कर रही होती है तो क्या करती हैं?
मेरे पास बहुत सारा काम है। अपनी बहन के प्रोडक्शन की देख- रेख की बाग़डोर संभाले रखती हूं और पापा के साथ नार्मल ऑफिस शिफ्ट किया करती हूं बहुत काम रहता है मेरे पास और अपनी खुद की फैशन -लाइनिंग के देख – रेख मेरे ही जिम्मे है।
नीरजा फिल्म कर रही है क्या कहना चाहेंगी?
जी हाँ नीरजा फिल्म की शूटिंग खत्म हो चुकी है। यह एक ऐसा किरदार था जो रियल है। वरना हम लोग काल्पनिक किरदार किया करते हैं। इसे करने के बाद मुझे नीरजा के व्यक्तित्व के प्रति एक आदर उत्पन्न होता है। बहुत ही बलवान व्यक्तित्व की महिला थी वह। नीरजा गुणवत्ता की मिसाल है। इनके गुणों से हम सब महिलायें प्रेरित होती है। एक साहसी महिला रही नीरजा।
चलिए यह बताइये, “प्रेम” जैसे आदमी इस दुनिया में होते है क्या?
हंस कर बोली -सूरज जी का, “प्रेम” यदि इस दुनिया में मिले तो क्या बात होगी…. सब स्त्रियां बहुत खुश हो जाएंगी।
आप एक मर्द में क्या कुछ देखना पसंद करेंगी ?
सब बड़ी बात जो हर किसी को चाहिए अपने, ” मैन ” (मर्द) में वह है “ऑनेस्टी ” वह सच्चा आदमी होना चाहिए। एक अच्छा और विनम्र आदमी और सबसे बड़ी बात है उसे हर औरत की इज्जत करना आना चाहिए और हर पल सही चीज़ ही करने की लालसा होनी चाहिए उस में।