INTERVIEW!! “मेरी और दीपिका की जोड़ी “हॉटेस्ट” है – रणबीर कपूर
जैसे ही हम दीपिका एवं रणबीर के साथ बातचीत के लिए बैठे तो हमने छूटे मुँह कहा जो अंदर की बात किसी से ना कही हो, वह हमें बतायें! दीपिका ने हँसते हुए और गाते हुए कहा, “आई लव यू”
रणबीर आपकी जोड़ी पर्दे पर बहुत हॉट लग रही है ?
“थैंक यू” जी हाँ, शूटिंग के दौरान भी गर्मी महसूस हुई और आपकी केमेस्ट्री के बारे में क्या कहना है, ” हमारी केमेस्ट्री साइंटिफिक है बायोलॉजी, फिज़िक्स और केमेस्ट्री सब एक साथ सही बैठे हैं।”
रणवीर सिंह ने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा दीपिका और मेरी जोड़ी “हॉट” है क्या कहना चाहेंगी?
दीपिका ने कहा, “नो कमेंट” पर रणबीर तुरंत बोल उठे, “मेरी और दीपिका की जोड़ी, “हॉटेस्ट” है।
रणबीर ने फिल्म, “तमाशा” के बारे में अपनी राय देते हुए कहा टाईटल के हिसाब से तमाशा एक बहुत बेहतरीन और अच्छी कहानी है। एक साधारण कहानी बहुत ही अच्छी तरह से पेश की है इम्तियाज अली ने। यह कहानी एक छोटी सी सीख भी दे जाती है कि आप को अपनी एक पहचान बनानी होती है और खुद का संस्करण पेश करना होता है।
दीपिका ने बहुत ही कम समय में अपनी एक धाँसू पहचान बना ली है उस बारे में क्या कहना है ?
सच पूछो तो अपने बारे में और अपने करियर के बारे में जीता जागता कारण देना कतई पसंद नहीं है। किन्तु कोई मेरी तारीफ करे या फिर मीडिया में मेरे बारे में अच्छा लिखा जाये तो मुझे जरूर अच्छा लगता है। ख़ुशी मिलती है मुझे। हम अपने काम को बहुत ही बेहतरीन तरह से निभाने की कोशिश करते हैं और साथ ही मेहनत भी बहुत लगती है। कुछ भी सरलता से हमारी गोद में यूं ही नहीं गिर जाता है। जो कुछ भी हमने आज हासिल किया है कठिन परिश्रम द्वारा ही हमें मिला है। रणबीर भी अपने काम के प्रति आवेशपूर्ण है। मुझे इस बात की ख़ुशी है कि इस छोटी सी फिल्मी सफल यात्रा में मैंने अच्छे निर्देशकों और अच्छे कलाकारों की वजह से ही सफलता हासिल की है। मेरा हमेशा से यह प्रयास रहा है कि मैं लोगों को एक अच्छी फिल्म दे पाऊं और उन्हें एंटरटेन कर पाऊँ अपने किरदार द्वारा और उनके प्यार को पाने के लिए मैं यह सब करती हूं। बस यही आशा करती हूँ कि सब का प्यार यूं ही मिलता रहे और और कुछ वर्षों तक यूं ही काम करती रहूँ।
दीपिका अपने उतराव चढ़ाव को कैसे देखती हैं ?
मैं अपनी सक्सेस को अपने ऊपर हावी नहीं होने देती हूँ। मैंने असफलता का स्वाद भी चखा है मुझे यह नहीं मालूम की उस असफलता ने मेरी स्टार वैल्यू पर क्या असर छोड़ा होगा। मैं सिर्फ मन से काम करती हूँ और अपना बेस्ट देना चाहती हूँ हमेशा। यदि हमारी कोई भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपना झंडा नहीं गाड़ पाती है तो जाहिर सी बात है बुरा लगता है। हम हमेशा यही चाहेंगे कि हमारी फिल्में हमेशा अच्छा ही करे बॉक्स ऑफिस पर।
अपनी पहली सफलता पर दीपिका ने कहा मैंने और रणबीर दोनों ने एक साथ एक ही वर्ष में बॉलीवुड में कदम रखा था। दोंनो को फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले पहली बारी अपने परिवार के साथ अवॉर्ड लेने स्टेज पर गयी तो बहुत ख़ुशी मिली। बचपन से अभिनेता बनने का सपना पूरा होते देख अच्छा ही लगता है।
रणबीर अपने उतार चढाव को कैसे देखते हैं ?
मैंने कभी भी एक्टर बनना नहीं चाहा। मेरे माता पिता ने मुझे कुछ भी काम करने की अनुमति दे रखी थी। युवावस्था से ही मुझे निर्देशन करने का शौंक था। पर कुछ समय बाद जब मुझे यह पता चला कि अभिनेता बनने के लिए पढ़ाई जरुरी नहीं है तो इस और आकर्षित हो गया। क्या सक्सेस पैसा कमाना होता है या फिर सक्सेस पावर पाने को कहते हैं ? मेरे लिए सक्सेस इज्जत कमाना है और इस बात की ख़ुशी होती है मुझे कि जिनके साथ मैं काम कर हूँ वह सब बहुत टैलेंटेड होते हैं। उनके साथ काम करने का मौका मिलता है यह मेरे लिए महत्वपूर्ण है। यदि यह मौके ना मिले तो बुरा लगेगा। मेरे लिए फिल्म की सफलता एवं असफलता की कोई तुलना नहीं है।
हाल ही में आपकी ढेर सारी फ़िल्में असफल हुई है क्या कहना चाहेंगे?
मेरी असफल फिल्मों से मुझे काफी फर्क पड़ा है। मेरी असफल फिल्मों ने मेरे फैंस को निराश किया है। मैं जरूर यह सोचता हूँ कि आगे से मैं कहानी और अपना किरदार और भी सोच समझ के चुनूं। और अपना काम और भी ईमानदारी से करूँ। अच्छे निर्देशकों के साथ काम करूँ। इसके इलावा और क्या करूँ मुझे समझ में नहीं आता है। जब भी कोई फिल्म करता हूँ और अपना बेस्ट ही देता हूं और कतई नहीं चाहता कि मेरी फिल्म फ्लॉप हो।
अपना उतार और चढ़ाव को किस तरह लेते हैं रणबीर ?
मैं जिंदगी का उतार चढ़ाव खुद ही सहन कर लेता हूं। दोनों को ही एक चुटकी नमक की तरह लेता हूँ और आगे बढ़ने की कोशिश करता हूँ।
आज के बच्चे भावुक नहीं होते है ?
मुझे आज की पीढ़ी के बारे में ज्यादा नहीं मालूम है। किन्तु में किसी भी चीज़ से अलगाव कर लेता हूँ पर मेरे अंदर सारी भावनायें मौजूद हैं। मैं भी उदास होता हूँ, समय समय पर ख़ुशी का एहसास करता हूँ, अभिलाषी हूँ एवं भावुक भी हूँ। ऐसा नहीं है कि मेरे अंदर फीलिंग्स नहीं है। मैं “रोबोट” नहीं हूँ, पर हाँ मैं उन्हें जाहिर नहीं करता हूं।
इम्तियाज अली के साथ काम करने का एहसास कैसा रहा?
“पहले मुझे लगा कि काम करने का मतलब है एक हीरो का अप्रोच होना चाहिए। किन्तु इम्तियाज के साथ काम करने के बाद इस बात का एहसास हुआ कि किरदार को अच्छी तरह पुरे २ घंटे में निभाना होता है और चरित्र के अनुसार निभाना बेहतर होता है। हिंदी फिल्म कर रहे हो तो संवाद एवं उच्चारण सही ढंग से करना अनिवार्य होता है। इम्तियाज़ अली अपने दिल से कहानी लिखते हैं और उसे दिल से बनाते भी हैं। यह सब साथ फिल्म, “रॉकस्टार” करते हुए सीखा। इम्तिआज़ की आलोचना अभिनेता के लिए फयदेमन्द होती है वे स्वेदनशीलतापूर्वक निर्देशन करते हैं। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है वह अपने आप में एक संस्था है। ”
दीपिका ने भी इम्तियाज़ की तारीफ में कहा वो मुझे समझते हैं और मेरे अंदर के आत्मविश्वास को भी खूब समझते हैं। उन्हें पता है कि मैं दूसरों को लाइम लाइट में रहने देती हूँ। यह मेरी शर्म नहीं है किंतु उनके प्रति मेरी इज्जत है। कई बारी यह उन्होंने नोटिस भी किया और मुझे हर पल की अहमियत के हिसाब से अपने अभिनय क्षमता को आगे बढ़ने की सलाह भी दी। ”
कुछ रुक कर दीपिका ने कहा, ” दरअसल में हर कोई लाइम लाइट में रहना चाहता है। इस प्रतियोगिता के वातावरण में यदि प्रतियोगिता पॉजीटिव हो तो अच्छा लगता है। कोई भी नेगेटिविटी मुझे पसंद नहीं है।
रणबीर के लिए अपने साथी कलाकार के टैलेंट से प्रेरित होना ज्यादा महत्वपूर्ण है?
जी हाँ टैलेंटेड कलाकार और निर्देशक के साथ काम करना हमारे लिए बेहतर है। मैं उनसे प्रेरित होता हूँ बॉलीवुड बहुत ही अच्छे समय से गुजर रहा है। आज का दौर स्वस्थ प्रतियोगियों का दौर है, मैं जीतना चाहूंगा हर हाल में किन्तु हार्ड वर्क के साथ।
रणबीर ने कहा, मेरे पापा “ऋषि कपूर ने “मटरगश्ती” गाना देखा है। उन्हें पसंद भी आया है, क़िन्तु पूरी फिल्म देखने के बाद ही वो कुछ बोलेंगे फिल्म के बारे में। दरअसल में मेरे पिताजी मेरी फिल्मों को लेकर मुझसे ज्यादा नर्वस रहते हैं।