INTERVIEW!! वह साला मुझसे ज्यादा फेमस हो गया है – शाहरुख खान
लिपिका वर्मा
शाहरुख खान ने निर्देशक रोहित शेट्टी की जम के तारीफ करते हुए कहा कि फिल्म, “चेन्नई एक्सप्रेस” और “दिलवाले” ही दो ऐसी फ़िल्में है जिनमें मैंने अपने घुटनों या फिर अपने कंधों पर कोई चोट नहीं खाई!
शाहरुख खान ने निर्देशक रोहित शेट्टी की जम के तारीफ करते हुए कहा कि फिल्म, “चेन्नई एक्सप्रेस” और “दिलवाले” ही दो ऐसी फ़िल्में है जिनमें मैंने अपने घुटनों या फिर अपने कंधों पर कोई चोट नहीं खाई!
रोहित के स्टंट्स के बारे में क्या कहना चाहेंगे आप?
यही कि रोहित ही एक पहला निर्देशक है जिनकी फिल्मों में मैंने ढ़ेर सारे स्टंट्स किये हैं, किन्तु मेरे शरीर का कोई भी अंग जख्मी नहीं हुआ है। रोहित एक्शन सीन्स करने से पहले सारी एहतियात बराबर से बरतते हैं। अपने अभिनेताओं को पूरी सुरक्षा मुहैया कराते हैं। उसके बाद ही एक्शन सीन्स फिल्माते हैं। मैंने दिलवाले में कम से कम 9 एक्शन सीन्स किये हैं किन्तु मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि मुझे कभी भी कोई भी चोट नहीं लगी है। चेन्नई एक्सप्रेस में भी एक्शन सीन्स करते समय फाइटर्स ने छोटी से छोटी बात का ध्यान रखा और मुझे कोई भी चोट नहीं आने दी। दरअसल किसी भी छोटी बात से कोई हादसा हो सकता है। किन्तु रोहित के एक्शन ब्वॉयज भी बहुत ही अच्छे हैं। ”
अपनी कॉमेडी के लिए तो शाहरुख मशहूर हैं ही, सो हँसते हुए बोले, “काजोल ने मेरी बहुत पिटाई की है, जबकि रोहित के एक्शन सीन्स मेरे लिए बहुत ही सेफ रहे !!”
अपनी कॉमेडी के लिए तो शाहरुख मशहूर हैं ही, सो हँसते हुए बोले, “काजोल ने मेरी बहुत पिटाई की है, जबकि रोहित के एक्शन सीन्स मेरे लिए बहुत ही सेफ रहे !!”
“दिलवाले” का प्रोमो रिलीज़ हुआ है क्या कहना चाहेंगे ?
दरअसल इस फिल्म में जितने भी एक्टर्स हैं सभी अहम किरदार अदा कर रहे हैं। अब जबकि हमारी फिल्म लोगों तक पहुँचने वाली है और आज पहला प्रोमो रिलीज़ हुआ है मुझे इस बात का दुःख है कि अब यह हमारी प्रॉपर्टी नहीं रही लोगों की हो गयी है। सो हमने इसे जितने प्यार से बनाने की कोशिश की है, उतना ही प्यार लोग भी इसे दें। इस पल मुझे ऐसा एहसास हो रहा है जैसे कि मैं अपनी बेटी को विदा कर रहा हूं। ”
फिर हंस के बोले, “प्रीतम दा ने हमारे लिए दो रोमांटिक गाने भी गाए हैं। यह पहली बारी है जब इन्होंने काजोल और मुझे अपनी आवाज से नवाज़ा है। माशाअल्लाह बहुत अच्छे गाने हैं और लोगो को भी पसंद आने वाले हैं। पूरी टीम की मेहनत की वजह से ही कोई भी फिल्म सफल होती है और “दिलवाले” की टीम की मेहनत का ही फल आपके सामने है।”
फिर हंस के बोले, “प्रीतम दा ने हमारे लिए दो रोमांटिक गाने भी गाए हैं। यह पहली बारी है जब इन्होंने काजोल और मुझे अपनी आवाज से नवाज़ा है। माशाअल्लाह बहुत अच्छे गाने हैं और लोगो को भी पसंद आने वाले हैं। पूरी टीम की मेहनत की वजह से ही कोई भी फिल्म सफल होती है और “दिलवाले” की टीम की मेहनत का ही फल आपके सामने है।”
अब्राम की फोटो आपने ट्वीट की है क्या कहना है ? और उसका क्या रिएक्शन रहा शूटिंग देखने के दौरान ?
अब हमने फैसला किया है कि उसकी कोई भी फोटो ट्वीट नहीं करनी है। वह साला मुझसे ज्यादा फेमस हो गया है। सेट पर था और जब एक सीन देखा जिसमें काजोल मुझे मार रही है, तो कुछ ऐसा बोला – काजोल तू तू तू- शायद यह कहना चाह रहा था, कि उसे मेरी और काजोल की जोड़ी सही नहीं लग रही है।
दिलवाले का डॉन कैसा है?
यह एक साधारण कहानी है। इस कहानी के पात्र में हेकड़ी नहीं है। हर किसी की गलती को माफ़ करना ही है। हंस के बोले यह मैं क्या बोल गया मेरे अंदर तो हेकड़ी है और मैं कोई भी चीज जल्दी भूलता भी नहीं हूं।
आप की हर फिल्म पहली फिल्म से बेहतर होती है। आप एक ग्लोबल एक्टर भी हैं, क्या कहना चाहेंगे ?
मेरी हर फिल्म पहली फिल्म से बेहतर हो इसका श्रेय मेरी टेक्निकल टीम को जाता है और हर फिल्म को ग्लोबली रुझाने वाली फिल्म बना पाना इस चीज़ का श्रेय भी मैं अपनी टीम को ही देना चाहूँगा। हमारी टेक्निकल टीम हर उन तत्वों का मिश्रण करती है फिल्म में, जो अत्यंत अनिवार्य होते हैं फिल्म को अगले स्तर तक ले जाने के लिए।
आप की हर फिल्म पहली फिल्म से बेहतर होती है। आप एक ग्लोबल एक्टर भी हैं, क्या कहना चाहेंगे ?
मेरी हर फिल्म पहली फिल्म से बेहतर हो इसका श्रेय मेरी टेक्निकल टीम को जाता है और हर फिल्म को ग्लोबली रुझाने वाली फिल्म बना पाना इस चीज़ का श्रेय भी मैं अपनी टीम को ही देना चाहूँगा। हमारी टेक्निकल टीम हर उन तत्वों का मिश्रण करती है फिल्म में, जो अत्यंत अनिवार्य होते हैं फिल्म को अगले स्तर तक ले जाने के लिए।
आप अच्छे मार्केटिंग गुरु भी माने जाते हैं क्या कहना है ?
जी नहीं, मैं कोई अच्छा मार्केटिंग गुरु नहीं हूं। मुझे मार्केटिंग करनी नहीं आती है। जो कुछ भी करती है वह हमारी मार्केटिंग टीम ही करती है। मुझे वो लोग जहाँ भी बुलाते है मैं बस सूट पहन कर वहां सही समय पर पहुँच जाता हूं। बस फिल्म में कॉमेडी हो पारिवारिक तत्व हो, ड्रामा हो, रोमांस एवं रोमांच और एंटरटेनमेंट वैल्यू हो यही चाहता हूं। रेड चिल्लीज की तरफ से यही हिदायत होती है कि सब साधारण यानि सिंपल तरीके से ही हो ।
“दिलवाले” से आप अमिताभ बच्चन जैसे एंग्री यंग मैन कहलाये जा सकते हैं ?
अपनी तुलना अमिताभ बच्चन से करना सही नहीं समझता हूं मैं और एंग्री यंग मैन बड़े परदे पर चाहे ना कहला पाऊं पर मेरे हिसाब से “वानखेड़े” तक तो मेरा एंग्री यंग मैन होना बनता है हंस कर अपने पर ही तंज कसते हुए बोले शाहरुख़ खान