INTERVIEW!! अपने से आधी उम्र की लड़कियों के साथ काम करना अक्की में – संकोच और चमक” दोनों ही होते है !!
अक्षय कुमार ने अपनी अगली फिल्म -सिंह इस ब्लिंग” के रिलीज़ से पहले लिपिका वर्मा से एक भेंटवार्ता में यह भी बताया कि हॉलीवुड में -जैसन स्टेथम उनके पसंदीदा एक्शन हीरो हैं जबकि बॉलीवुड में – रितिक रोशन एवं रणवीर सिंह पसंदीदा की श्रेणी में आते हैं और भी कई सारे सवालों के जवाब हमारी संवाददाता लिपिका वर्मा को दिल खोल कर दिए –
ब्लिंग का क्या मायने है ?
यह शब्द किसी चमक से नहीं जुड़ा है। किन्तु इस फिल्म में ब्लिंग का मायने है कुछ अच्छा काम करना । मेरे पिताजी मेरे कामों की सराहना करते है। मेँ आज्ञाकारी पुत्र हूं सो उन्हें मै पसंद भी हूं।
कहानी के बारे में कुछ बताएं ?
कहानी में -कॉमेडी, इमोशंस, थ्रिल रोमांच और रोमांस सब भरपूर है। होता यूं है कि -मुझे अंग्रेजी नहीं आती है और एमी को हिन्दी. बस लारा को इस लिए फिल्म में एंट्री मिल जाती है ताकि वह हम दोनों को अपनी अपनी भाषाओ में समझा सके। लारा की एंट्री से सब कुछ उल्टा सीधा हो जाता है यह फिल्म के शुरुआती 30 मिनटों में दिखाया गया है। उसके बाद आप को फिल्म देखनी होगी।
आप फिल्मों का चयन किस तरह से करते हैं ? फ्लॉप फिल्म क्यों चुन लेते है?
हर अभिनेता सोच समझ कर ही फिल्में चुनते हैं। कोई जान बूझ कर तो फ्लॉप फिल्म नहीं चुनता होगा। दरअसल कभी कभी कोई कहानी बॉक्स ऑफिस पर अपना जलवा बिखेरने में असमर्थ रहती है सो इस में हमारा क्या दोष? यह ठीक उसी तरह है जिस तरह कभी कभी आप के द्वारा लिखा गया लेख आपके एडिटर को ना पसंद होता है। फिल्म का हिट होना या फिर फ्लॉप होना अभिनेताओं के हाथ में नहीं होता है।
आप के लुक्स हर बारी अलग अलग होते है, ऐसा क्यों?
आज मै यहाँ पर क्लीन शेव करके आया हूं। किन्तु यदि में इसी तरह एक ही लुक हर फिल्मों में रखूं तो मेरे फैंस और आप सभी लोग बोर हो जाओगे। फिर आप ही मेरे पास आकर पूछोगे -एक जैसा लुक क्यों रखते है आप? देखिये मेरी फिल्म, ” ब्रदर्स ” में मुझे लगभग 14 किलो वजन घटाना था जबकि फिल्म, “गब्बर” में 16 किलो बढ़ाना था और मैं अपने किरदार के हिसाब से अपने लुक को भी बनाने की कोशिश करता हूं। अब में इस से ज्यादा वजन बढ़ाने में विश्वास नहीं करता – मै 50 किलो वजन बढ़ाऊं या घटाऊं तो मैं दुनिया से ही ना टहल जाऊं “हँसते हुए बोले अक्षय। सिंह इस ब्लिंग में क्यूंकि मैं एक सरदार का किरदार रहा हूं तो जाहिर सी बात पग बांधनी है सर पर और दाढ़ी भी रखनी होगी। अगर ऐसा नहीं करता हूं तो चरित्र से बाहर लगूंगा।
सरदारों की तारीफ में अक्की क्या कहना चाहेंगे ?
हिंदुस्तानी सरदारों ने हमारे देश के लिए बहुत सारी कुर्बानियां दी हैं और मैं जनता हूं जब एक महिला किसी सरदार की टैक्सी में बैठ कर अपना सफर तय करती है वह अपने आप को बहुत सुरक्षित महसूस करती है । अब सिंह इस ब्लिंग में सरदार का विशिष्ट लुक अपनाया है तो बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।
निर्देशक प्रभुदेवा के साथ तीसरी फिल्म कर रहे है क्या कहेंगे ?
प्रभु देवा किसी से ज्यादा घुलते मिलते नहीं है सेट पर सिर्फ अपने काम से काम रखते है। इसीलिए फिल्म भी बहुत जल्दी खत्म हो जाती है और अच्छी भी बनती है फिल्में। वो बहुत कम बोलते है किन्तु कर्म में विश्वास करते हैं। उनका कॉमिक सेन्स, इमोशनल एवं रोमांच और रोमांटिक सीन्स बहुत ही बेहतरीन होते है। ।
सिंह इस ब्लिंग फिल्म भी कुछ विवाद में फंस गई थी, क्या हुआ उस बारे में ?
हमारी फिल्म, “सिंह इस ब्लिंग” में हमने एक कड़े पर गुरबानी लिख दी थी। अतः सिक्खों के गुट ने हमे यह कहा कि यह गलत है हमारे धर्म में ऐसा नहीं करते है। हमने उसको कड़े पर से हटा दिया। और जो कुछ विवाद था वह खत्म हो गया। मेरा ऐसा मानना यदि किसी को हम से चोट पहुँचती है तो मेरे विचार में वो चीज़ नहीं करनी चाहिये विवाद हो या फिर हमारी कोई गलती हो तो उसे सुधार लेने में कोई हम छोटे नहीं हो जाते हैं। ऐसे सवेंदनशील मामले हमें प्यार से निपटा लेने चाहिए।
कैटरीना और दूसरी लडकियां जिन्हे हिंदी नहीं आती सब आपकी तारीफ करती है। क्या कहना चाहेंगे?
सबसे पहली बात तो जो दूसरे देशों से चल कर हमारे यहाँ हिंदी फिल्मों में काम करना चाहती हैं यह सोच ही उन्हें जीता देती है। मुझे आज भी याद है जब कैटरीना शुरू शुरू में बॉलीवुड फिल्मों में आयी तब लोगो ने कहा-इसे हिंदी नहीं आती है यह क्या करेंगी यहाँ पर ? लेकिन उसकी मेहनत बहुत रंग लाई और आज वह सबसे टॉप की लीडिंग हीरोइन बन गई है। अब जैसे एमी जैक्सन को ही ले लो वह भी अच्छी हिंदी बोल लेती है और उसने एक्शन सीन्स करने में भी बहुत मेहनत की है। बस मेरा ऐसा मानना है इरादे नेक हो तो सफलता हासिल की जा सकती है।
हॉलीवुड और बॉलीवुड में आपका पसंदीदा ,”एक्शन हीरो” कौन है ?
हॉलीवुड में, “जैसन स्टेथम ” मेरा पसिंदीदा एक्शन हीरो है जबकि बॉलीवुड में रितिक रोशन एवं रणवीर सिंह।
अपने से आधी उम्र की हीरोइन के साथ काम करने में आप में संकोच होता है या फिर चमक ?
मुझे में दोनों भावनाएं होती है -संकोच एवं चमक। ” पत्रकार की टांग खिंचते हुए अक्की बोले – तुम में क्या होता है? देख रहा था जब एमी यहाँ चल कर आ रही थी तब तुम उसे देख रहे थे !!