INTERVIEW!! सिमरन कौर मुंडी “बनी “शादी की योजनाकार”
लिपिका वर्मा की नजर से
दो पंजाबी फिल्म एवं एक तेलुगु फिल्म में काम करने के बाद सिमरन कौर मुंडी कपिल की फिल्म, “किस -किस को प्यार करूँ” में बतौर उनकी पत्नी बनी नजर आनेवाली हैं – उनके पास एक और विकल्प है। काम ढूंढ लिया है उन्होंने -शादी की योजनाकार “का काम” “जी हाँ -मिस इंडिया यूनिवर्स सन 2008 का ख़िताब जीत चूकी हूं तब से मैं बहुत सारे स्कूलों का भ्रमण कर बच्चों को अपनी ज़िन्दगी से मिले अनुभवों द्वारा ज़िन्दगी जीने के लिए और लाइफ में कुछ करने के लिए समय समय पर उन्हें ज्ञान बांटती रहती हूं ।”
आप ने दूसरा क्या विकल्प ढूंढ लिया है फिल्मों के अलावा जो आप को बहुत व्यस्त रखता है ?
हर लड़की का ख़्वाब होता है उसे एक अच्छा पति मिले। और उसकी जब शादी हो तो बहुत ही धूम- धाम से हो। मै भी एक लड़की हूं और मैं बहुत ही भावुक लड़की हूं। मैंने फिल्मों में आने से पहले ढ़ेर सारे इवेंट्स भी अपने बलबुते पर किये हैं। मुझे कैंडल लाइट डिनर और फूलों के गुलदस्ते पसंद है। खासकर जब यह गुलदस्ता अपने प्रियतम से मिले तो बहुत ही सुखद अनुभव मिलता है। सो मैंने “शादी की योजनाकार” का काम चुन लिया है। मुझे फिर चाहे फिल्में मिले या न मिले कोई परवाह नहीं। मॉडलिंग समय समय पर करती रहती हूं। फिल्म यदि उसका चरित्र मुझे पसंद आये तो उसके लिए मैं हामी भर देती हूं। अन्यथा अपने दूसरे काम को अंजाम देने में लगी रहती हूं।
यह फिल्म,” किस -किस को प्यार करूँ” आप को कैसे ऑफर हुई ?
मुझे जब अब्बास -मुस्तान ने यह कहा की यह फिल्म आप को करनी है तो मुझे खुशी हुई। लेकिन पहली बारी कॉमेडी रोल कर रही हूं और कॉमेडी किंग कपिल के सामने कॉमेडी करना कोई आसान काम नहीं है। किन्तु यह करैक्टर बहुत ही चुनौतीपूर्ण है सो मुझे इसे निभाने में बहुत ही मजा आया। आप लोगों को फिल्म बहुत ही अच्छी लगेगी।
आजकल मॉडल्स खुदकुशी कर रही हैं क्या कहना चाहेंगी आप ?
हर औरत को भगवान ने ढेर सारी शक्ति दी है। इसलिए मॉडल्स से मेरी गुजारिश यह है कि आप यदि फिल्मी दुनिया या फिर मॉडलिंग की दुनिया में यदि असफल होती है तो इसका यह मतलब नहीं है कि आप ख़ुदकुशी कर लें। कद बहुत बड़ा होता है और बहुत आप की काबिलियत भी मानी जाती है इसलिए आप अपना एक मुकाम बना पाई हैं। आगे बढ़ने के लिए कुछ और काम चुने और मौत को गले लगा कर अपनी बुज़दिली ना दिखलायें किसी को भी। एक औरत अत्यंत शक्तिशाली होती है अत: अपने आप को भी आगे बढ़ाये और दूसरों को भी। एक जननी, एक माँ का यही कर्तव्य भी है। ।