INTERVIEW!! “मेरी बीवी को मेरे सेक्स कॉमेडी का हिस्सा होने में कोई एतराज नहीं” !! – आफताब
लिपिका वर्मा
आफताब शिवदासानी जिन्होंने जॉनसन बेबी पाउडर के कमर्शियल्स से कैमरे के सामने आना शुरू किया। आज अपने फिल्मी सफर से बहुत खुश हैं।
‘क्या कूल हैं हम 3’ से आज जुड़े हैं क्या कहना चाहेंगे आप ?
मैं इसकी पहली फ्रैंचाइज़ी का हिस्सा नहीं रहा पर, ” क्या कूल हैं हम 3″ में अब एक अच्छा खासा किरदार निभा रहा हूँ। यह कहना गलत नहीं होगा कि फिल्म, “मस्ती” से मैंने सेक्स कॉमेडी की शुरुआत की सो इस नाते मैं सेक्स कॉमेडी का अग्रदूत कहलाने का हक़ रखता हूँ। यह एक बहुत ही कॉमिक कहानी है और जिस तरह निर्देशक इस फिल्म को देखता है हम उसे पर्दे पर ठीक उसी तरह से उतारने की कोशिश करते हैं।
आपकी दो दो सेक्स फिल्में साथ साथ आ रही हैं क्या कहना चाहेंगे?
जी हां “ग्रैंड मस्ती” वन में तो मैं था ही किन्तु, “क्या कूल” में अब इसका हिस्सा बनने का मौका मिला है। मुझे अलग अलग किरदार करने होते हैं। और सेक्स कॉमेडी को करने में मुझे कोई एतराज नहीं होता है क्यूंकि मुझे ऐसा लगता है कि मैं अपना काम कर रहा हूँ और किरदार को निभाते हुए मैं उसे बहुत ही बेहतरीन तरीके से करना चाहता हूँ। ऐसे किरदार भी मेरे लिए दूसरी फिल्मों की तरह हैं जो मैंने किए हैं। ऐसी फिल्में करके मुझे इस बात का एहसास हुआ कि चलो मैं दोहरे व्यक्तित्व का बंदा नहीं हूँ। सेक्स कॉमेडी भी हमारे ही ग्रह का हिस्सा है सो उसे करने में कैसा परहेज़।
फिल्म ‘ग्रैंड मस्ती वन’ के समय आपकी शादी नहीं हुई थी और सब सेक्सी डायलॉग्स बोले थे क्या कहना है ?
जी हाँ! मैंने सब सेक्सी डायलॉग्स बोले थे किन्तु इस बारी हम लोगों के सेक्सी डायलॉग्स बराबर से बंट गए हैं और ऐसा कुछ नहीं है कि मेरी पत्नी को मेरा सेक्सी फिल्म का हिस्सा बनना ना पसंद है, दरअसल में मैंने कुछ और बोला था और पत्रकार ने कुछ और मायने निकाल कर लिख दिया है। यह जरूर है कि मैं अपनी पत्नी को अपनी फिल्मों के बारे में बताता हूँ। वह इस फिल्मी दुनिया से नहीं आती है सो उसे इस दुनिया की जानकारी नहीं है और उसे मेरी फिल्मों से कोई एतराज भी नहीं है।
कुछ सोच कर आफताब बोले, ” मेरा किरदार बहुत ही कूल किस्म का है। तुषार कपूर और मैं दोनों अच्छे दोस्त है। तुषार सच्चा प्यार ढूंढता रहता है और मुझे प्यार यूं ही ढ़ेर सारा मिल जाता है। कहानी बहुत ही मजेदार है और किरदार को निभाने में उससे भी ज्यादा मजा आया। मैं रियल लाइफ में कभी इस तरह के डायलॉग्स नहीं बोलता हूँ। किन्तु चरित्र चित्रण करते समय- यह हमारा काम है, सो इसे दिल से निभाता हूँ।