INTERVIEW!! “मैंने एक माँ बनकर ज़िंदगी बहुत एन्जॉय की है” – काजोल
लिपिका वर्मा
शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी फिल्म, ” दिलवाले” से बड़े पर्दे पर अपना जादू बिखेरने काफी सालों बाद वापसी कर रही है। अब देखना यह होगा कि फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएँगे’ की टककर में यह फिल्म अपना कितना जादू बिखेरने में क़ामयाब होती है ?
काजोल का एनर्जी मंत्र क्या है ?
बहुत ही सिंपल है मेरा एनर्जी मन्त्र मैं हमेशा फ्रेश फील करती हूँ। ज़िन्दगी के प्रति मेरा रवैया बहुत ही सिंपल है। कोई मेरे बारे में कुछ भी बोले मुझे फर्क नहीं पड़ता है। मैं किसी की कही हुई बात को तवज्जो नहीं देती हूँ। मैं दरअसल सब चीज़ को सरलता से लेती हूँ और इसलिए मैं हमेशा फ्रेश फील करती हूँ।
आज एक अभिनेत्री को अपने फैशन का भी ध्यान रखना पड़ता है। क्या कहना चाहेंगी ?
मुझे अच्छी तरह से तैयार होना पसंद नहीं है। मैं बहुत आलसी हूँ। किन्तु आज के ज़माने को देखते हुए हमे अभिनेत्री होने हेतु अच्छी तरह से तैयार होकर ही घर से निकलना पड़ता है। पहले तो मैं यूं ही निकल जाया करती किन्तु अब मेरा एक फैशन डिज़ाइनर भी है जो मेरे कपडे डिजाईन करते है और ढंग से ही बाहर निकलती हूँ। फिर भी कभी कभी यूं ही निकल जाती हूँ।
कुछ सोच कर काजोल बोली, ” अभी कुछ ही दिनों की बात है हाल ही में मुझे हैदराबाद ‘दिलवाले’ फिल्म की शूटिंग के लिए सुबह 6 बजे की फ्लाइट लेनी थी, अब इतनी सुबह कौन मिलेगा यह सोचकर मैंने रट -फट्टी सी जीन्स पहन ली और जब एयर पोर्ट पर पहुंची तो एक फोटोग्राफर को देख कर मुझे बहुत गुस्सा आया। किन्तु वह भी बेचारा अपना काम ही तो कर रहा था, फोटो तो उसने ले ही ली। पर मैं मन ही मन यह सोच रही थी कि इस की फोटो आउट फोकस हो जाये।” हंस कर बोली काजोल।
आपकी तुलना आपकी नानी,मौसी और माँ तनूजा से भी होती रही है क्या कहना चाहेंगी ?
मेरी पहली फिल्म से ही लोगों ने मेरी नानी, माँ से तुलना शुरू कर दी थी। उनकी फिल्मों एवं उनके बेहतरीन काम पर गर्व महसूस होता है। मेरे मुताबिक आपका हार्डवर्क ही आप के काम की तारीफ दिलाता है। अपने परिवार के काम का श्रेय जिस तरह मैं नहीं ले सकती हूँ, उसी तरह वह लोग भी मेरे हार्ड वर्क का क्रेडिट नहीं ले पाएंगे। जिस तरह मैं उनके काम से गर्व महसूस करती हूँ उसी तरह वह लोग भी मेरे काम से गौरवान्वित महसूस करते हैं।
आप खुद ही एक बच्ची की तरह हो फिर भी एक अच्छी माँ कहलाती हो, एक अच्छी माँ कहलाना पसंद करती हो या एक अच्छी पत्नी ?
शुरू से ही मुझे बच्चे बहुत पसंद है। मुझे आज भी याद है जब मै 8 साल की थी तो मै माँ बनना चाहती थी किन्तु मेरी माँ ने तब मुझे कहा तुम १२ साल की तो हो जाओ फिर माँ बन सकती हो, जब 12 साल की हुई तो कहा 18 साल में माँ बन सकोगी। पर 18 साल की मैं हुई तब मैंने खुद ही कहा अब शादी के बाद ही मैं माँ बनूंगी। मैं एक अच्छी माँ हूँ और यही मुझे कहलाना भी पसंद है
‘दिलवाले’ किस तरह की फिल्म है ?
‘दिलवाले’ एक बहुत ही अलग किस्म की लव स्टोरी है। इस में शाहरुख़ और मेरा इंटेंस रोमांस देखने को मिलेगा। इस तरह की लव स्टोरी मैं खुद पहली बार ही कर रही हूँ।