INTERVIEW: “मैं एक लालची एक्टर हूँ” – अक्षय कुमार
लिपिका वर्मा
अक्षय कुमार बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन मस्करे भी हैं हर फिल्म में वह बहुत ढ़ेर सारी मस्करी करते हैं लेकिन हाउसफुल 3 में दो मस्करे एक साथ मिल गए और वह दूसरे मस्करे हैं अभिषेक बच्चन।
“देखिये, हम लोग बहुत ही साधारण प्रैंक्स (मस्करी) खेलते हैं। हमारा जितना भी मस्करापन होता है वह किसी को शारीरिक तौर से या दिमागी तौर पर कभी तकलीफ नहीं देगा और इस बारी तो मेरे साथ अभिषेक भी थे तो दोहरा मज़ा आया। हमारी टीम ने भी हॉउसफुल-3 के सेट्स पर बहुत मजा किया।”
पेश है अक्षय कुमार के साथ एक भेंटवार्ता
‘हाउसफुल 3’ में अपने केरैक्टर के बारे में कुछ बताइए ?
यह पिछली हाउसफुल से एकदम अलग है दरअसल में यह एक तमाशा से भरपूर कॉमेडी है। मैं इस फिल्म में फुटबॉलर बनना चाहता हूँ, ‘इंग्लिश प्रीमियर लीग’ का एक हिस्सा बनना चाहता हूँ। किन्तु इस का कोच मुझे हमेशा बुरा भला कहता है – यू इंडियन तुम क्या कर पाओगे ? वग़ैरा –वग़ैरा और हर समय मेरी तौहीन करता रहता है। मेरी इस फिल्म में दोहरी पर्सनेलिटी है। दरअसल में हमने इस फिल्म द्वारा एक मल्टीप्ल सीरियस डिसऑर्डर को बहुत ही कॉमिक तौर से पेश करने की कोशिश की है। यह कोच जातिवाद को बहुत महत्व देता है।

फिर से कॉमेडी कर रहे हैं, कोई ख़ास वजह ?
जी नहीं, मैंने दो साल से कोई कॉमेडी फिल्म नहीं की है। मुझे, “स्लैपस्टिक” कॉमेडी करने का बहुत मन था। इस कॉमेडी के द्वारा हम कुछ भी कर सकते हैं क्योंकि इस में तमाशा भरपूर होता है। इस किरदार के द्वारा बहुत हंसी मजाक करने को मिला है। हम सबने बहुत एन्जॉय किया है।
कॉमेडी एक्टर को बतौर हीरो अवॉर्ड द्वारा सम्मानित क्यों नहीं किया जाता है ?
मैं यह बात कहते हुए बहुत थक चूका हूँ देखिए न फ़िलहाल ज़ी अवार्ड्स में स्टन्टमैन अवॉर्ड भी दिया है मैंने इस साल। मेरा यह कहना है कि यह सब भी बहुत मेहनत करते हैं सो उन्हें भी श्रेय मिलना चाहिए।

साजिद – फरहाद के साथ बतौर निर्देशक काम करने का अनुभव कैसा रहा ?
उन्होंने ‘हॉउसफुल 2’ भी लिखी थी सो उन्हें हम जानते हैं। इस बारी डायरेक्शन किया है दोनों ने फिल्म लिखी है निर्देशक भी हैं तो जाहिर सी बात है फिल्म को बेहतर डायरेक्ट कर पाएंगे और फिल्म बहुत अच्छी बनी है जिन लोगों को पिछली दो हॉउसफुल पसंद आई हैं वह हाउसफ़ुल 3 को भी पसंद करेंगे।
आप चैलेंजिंग किस रोल और कौन से जॉनर को मानते हैं ?
आप इस बात को मानें कि कॉमेडी करना भी बहुत कठिन है। दरअसल में कॉमेडी करके लोगों को हंसाना सबसे चैलेंजिंग होता है। पर इस बात को कोई मानने को तैयार ही नहीं है। मेरे हिसाब से तो एक्शन कर पाना अत्यन्त सरल है। आजकल कितने कॉमेडी शो हो रहे हैं किन्तु कई बारी लोगों को पसंद नहीं आते है उनके जोक्स। मैं यह सीख रहा हूँ कि लोगों को किस तरह हंसा पाऊँ। वैसे मुझे हर जॉनर की फिल्म करना पसंद है।

आप कभी फिल्म का निर्देशन करेंगे क्या ?
निर्देशन करना बहुत मुश्किल है हाँ पर कभी, “नो” नहीं कहना चाहिए। पर हाँ मैं बतौर निर्माता काफी फ़िल्में प्रोड्यूस कर रहा हूँ।
आप अपने काम से कितने संतुष्ट हैं ?
मुझे अभी भी बहुत काम करना है। मैं एक लालची एक्टर हूँ। आज से 10 साल तक मैं इसी तरह काम करता रहूँगा यही मेरी दिली ख्वाहिश है।